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कोरबा। इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों ने एचडीएफसी बैंक दीपका जाना बैंकिंग लेनदेन की प्रणालीका भ्रमण किया । इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के कॉमर्स सब्जेक्ट के विद्यार्थियों ने एचडीएफसी बैंक दीपका ब्रांच, बैंकिंग,सेविंग अकाउंट,फिक्स डिपॉजिट,ऑनलाइन मनी ट्रांसफर एवं बेसिक ऑफ अकाउंट्स से विजिट विजिट करते हुए अवगत हुए । इंडस पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी, विभिन्न सवाल पूछ कर दूर की अपनी जिज्ञासा वाणिज्य व्यवसाय का एक अभिन्न अंग है, वाणिज्य को अंग्रेजी में Commerce कहा जाता है| वाणिज्य एक ऐसी क्रिया अथवा साधन है जिसमे उपभोक्ता तथा उत्पादक दोनों को समीप लाने का कार्य किया जाता हैं| सरल शब्दों में कहा जाए तो वाणिज्य एक ऐसा जरिया है जिसके द्वारा उद्योगों से उत्पन्न वस्तु या सेवाओ को आवश्यकता वाले उपभोक्ता तक सबसे पहले पहुँचाया जाता है| वाणिज्य को कला व विज्ञान दोनों ही माना जाता है क्योंकि इसके अंतर्गत वे सभी क्रियाएं आती हैं जो उद्देश्य वितरण में उतपन्न बाधाओं को निरस्त करती हैं|किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में वाणिज्य अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है| वाणिज्य को व्यवसाय का एक अभिन्न अंग माना जाता है तथा यह उपभोक्ता और उत्पादक को निकट लाने का कार्य करता है इसीलिए आज के युग में वाही देश विकसित अथवा विकासशील माना जाता है जहां पर वाणिज्य उन्नतिशील होता है वाणिज्य द्वारा ही व्यापार को सुचारू रूप से चलाया जा सकता है| इसका लक्ष्य ही उत्पादों को उपभोक्ताओं तक पहुँचाना होता है| इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के 11वी एवं 12वी कॉमर्स के विद्यार्थियों ने शिक्षक – शिक्षिकाओं के साथ एच डी एफ सी बैंक – दीपका का भ्रमण किया। विद्यार्थियों के साथ मुख्य रूप से विद्यालय के वाणिज्य संकाय के वरिष्ठ शिक्षक श्री दीपक मलिक एवं अन्य शिक्षक शिक्षिका थे । इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रायोगिक ज्ञान से अवगत कराना था। विद्यार्थियों को एच डी एफ सी बैंक दीपका के मैनेजर श्री शीतेश नायक के द्वारा बेसिक आफ अकाउंट्स, जनरल एंट्री ,जीएसटी, बेसिक वाउचर एंड परचेज, इनवाइस एवं टीडीएस के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही ई बैंकिंग के फायदे एवं नुकसान को भी विस्तृत रूप से श्री शीतेश नायक जी ने विद्यार्थियों को बैंक की कार्य प्रणाली बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि आज भले ही हम जितने भी आधुनिक हो गए हैं भले ही हमारा हर कार्य इंटरनेट के जरिए आसान हो गया है लेकिन आज भी हम ठगी के शिकार हो जाते हैं। हमें कभी भी किसी फ्रॉड कॉल आने पर या अनजान नंबर से कॉल आने पर अपना मोबाइल नंबर ,आधार नंबर व एटीएम कार्ड का नंबर किसी भी स्थिति में किसी अनजान व्यक्ति को नहीं बताना चाहिए ।भले ही वह कहे कि मैं बैंक से बोल रहा हूं ।ऐसी स्थिति से बचने का प्रयास करें।विद्यार्थियों की प्रत्येक शंकाओं का समाधान श्री शीतेष नायक एवं शिक्षक श्री दीपक मलिक ने किया। वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों को न सिर्फ एच डी एफ सी बैंक का भ्रमण कराया गया अपितु बैंक की व्यवस्था एवं कार्य करने के ढंग से भी रूबरू कराया गया। श्री शीतेश नायक जी ने विद्यार्थियों को सेविंग अकाउंट और फिक्स अकाउंट के बारे में भी जानकारी दी और उन्हें समझाने का प्रयास किया कि अकाउंट से संबंधित किसी भी सॉफ्टवेयर में काम कैसे किया जाता है ।विद्यार्थियों को अकाउंट की आधारभूत जानकारी देने का अलावा उनके समक्ष डेमोंसट्रेशन के रूप में बहुत सारी बैंकिंग फैसिलिटीज के बारे में बताया गया और विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास किया गया। उन्हें बताया गया कि बैंक अपने कस्टमर को ओवरड्राफ्ट चेक, बैंक ड्राफ्ट, क्रेडिट कार्ड, कैश क्रेडिट ,ई बैंकिंग, मोड्स ऑफ़ ऑनलाइन मनी ट्रांसफर, फिक्स डिपॉजिट एंड रिकरिंग डिपॉजिट, अकाउंट ओपनिंग फ्रॉम एनी पे स्लिपके सुविधा प्रदान करती है।साथ ही बैंकिंग सिस्टम के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।विद्यार्थियों को अलग-अलग वाउचर्स के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही यह भी बताया गया कि कितने अमाउंट पर कितना जीएसटी काटा जाता है। टीडी एस किस आधार पर काटा जाता है। सभी विद्यार्थी वाणिज्य से संबंधित जानकारियों को बारीकी से समझ कर प्रसन्न चित्त हुए। विद्यार्थियों ने अपने मन में आने वाली अकाउंट से संबंधित सभी शंकाओं का समाधान किया। विद्यार्थियों ने अनुशासित होकर पूरे एच डी एफ सी बैंक ऑफिस का भ्रमण किया और वहां की कार्यशैली को बारीकी से समझने का प्रयास किया ।विद्यार्थियों की हर शंकाओं का समाधान इंडस पब्लिक स्कूल के वाणिज्य संकाय के वरिष्ठ शिक्षक श्री दीपक मलिक ने किया।श्री दीपक मलिक के साथ श्री शीतेश नायक जी ने भी विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान किया। श्री शीतेष नायक ( मैनेजर एच डी एफ सी बैंक) ने कहा कि जीवन में प्रत्येक जगह गणित एवं वाणिज्य का उपयोग है। या यूं कहें कि जीवन का कोई भी क्षेत्र फाइनेंस वाणिज्य या गणित से अछूता नहीं है ।हम साधारण साधारण रूप से बाजार भी जाते हैं तो वहां भी हम हिसाब किताब कर सब्जी या कोई आवश्यक सामान लेकर आते हैं। यदि हम घर की पूरी व्यवस्था संभाल रहे हैं तो हममें वाणिज्य का अच्छा ज्ञान होना आवश्यक है। जिससे कि हम फिजूलखर्ची से बचे रह सके। बड़े-बड़े कंपनियों में अकाउंटेंट की नियुक्ति इसी फिजूलखर्ची को नियंत्रण में रखने के लिए और कंपनी को ऊंचाइयों या शीर्ष में पहुंचाने के लिए किया जाता है।अकाउंटेंट्स की आज की स्थिति में प्रत्येक क्षेत्र में बहुत ज्यादा मांग है। इस क्षेत्र में आप अपना भविष्य सुरक्षित रख सकते हैं ।आप पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहेगी ।यदि आप अकाउंटेंट हैं तो न सिर्फ आप प्रतिदिन मा लक्ष्मी को स्पर्श करेंगे अपितु मां लक्ष्मी की कृपा वाणिज्य की दृष्टि से या आर्थिक दृष्टि से आप पर बनी रहेगी। क्योंकि इस क्षेत्र में आपको अच्छी-अच्छी कंपनियां अच्छे वेतन पर नियुक्त करती हैं। समझ लीजिए कि अगर आपने वाणिज्य की बारीकी को समझ लिया तो आपका भविष्य सुरक्षित हो गया। आप इस क्षेत्र में आप अपना भविष्य सकते हैं। इंडस पब्लिक स्कूल के वाणिज्य संकाय के वरिष्ठ शिक्षक दीपक मलिक ने कहा कि वाणिज्य कला तथा विज्ञान दोनों ही माना जाता है|वाणिज्य के बिना व्यावसायिक कार्य का होना लगभग असंभव है|वाणिज्य का क्षेत्र व्यापक होता है क्योंकि इसमें व्यपार में सहायक तथा व्यपार से सम्बन्धित क्रियाएं होती हैं। वाणिज्य औद्योगिकीकरण में सहायक होता है तथा तकनीकी विकास में भी सहायक होता है। हम इस क्षेत्र में निसंदेह अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं। जिंदगी के प्रत्येक क्षेत्र में वाणिज्य है जीवन का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां पर वाणिज्य का समावेश ना हो। चाहे वह घर परिवार हो, चाहे बाजार हो या कोई दुकान हो। यदि हम में वाणिज्य की अच्छी समझ है तो बेशक हम भविष्य के लिए अच्छी बचत कर अच्छा जीवन यापन कर सकते हैं। हम अनावश्यक खर्च से हमेशा बचे रह सकते हैं। विद्यालय के प्राचार्य डॉ संजय गुप्ता ने कहा कि हमारा प्रारंभ से ही उद्देश्य रहा है कि हम बच्चों को प्रत्येक विषय की तकनीकी एवं आधारभूत जानकारी देने के साथ-साथ प्रयोग जानकारी भी दिन इसी उद्देश्य से से हमने विद्यार्थियों को वाणिज्य की बेहतर समझा देने हेतु एच डी एफ सी बैंक दीपका का भ्रमण कराया जहां विद्यार्थियों ने वाणिज्य की प्रत्येक बारीकियां को समझने का प्रयास किया हमारा मानना है कि विद्यार्थी किसी भी विषय को प्रयोग कर आसानी से सीख सकता है हम सभी जानते हैं की प्रायोगिक ज्ञान चिरस्थाई होता है। हमारी कोशिश रहेगी कि हम भविष्य में भी विद्यार्थियों को विभिन्न कंपनियों एवं बड़े-बड़े प्रतिष्ठानों का भ्रमण कर कर एकाउंट्स की बारीकी को समझने में मदद करेंगे। आज विद्यार्थी इस क्षेत्र में भी पद नाम व पैसा कम कर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन कर रहे हैं।